टाइप 2 मधुमेह – फेनिलएलनिन का मधुमेह पर प्रभाव

हालाँकि टाइप 2 मधुमेह (Diabetes) आमतौर पर विभिन्न प्रकार की दवाओं, आहार और व्यायाम (exercise) का उपयोग करके नियंत्रित किया जाता है, लेकिन कुछ व्यक्तियों के लिए इन सब के अनुसरण के बावजूद भी सामान्य जीवन शैली का नेतृत्व करना इतना आसान नहीं है। क्योंकि इस प्रकार के सख्त आदेशों का पालन करना अक्सर बहुत चुनौतीपूर्ण होता है, जिसमें असफलता की संभावना बनी रहती है। इसीलिए कुछ टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों ने और भी प्राकृतिक उपचारों की ओर रुख कर लिया है जिनके माध्यम से साइड इफेक्ट्स से बचा जा सकता है, साथ ही साथ इस तरह के उपचार प्रबंधन में भी काफी सरल होते हैं। इनमें से एक फेनिलएलनिन (phenylalanine’s) है।

 

फेनिलएलनिन के समान ही बाजार में कई प्रभाविक प्राकृतिक उपचार हैं, जिसकी वजह से बहुत से मधुमेह के मरीज फेनिलएलनिन औषधि के बारे में नहीं जानते हैं। फेनिलएलनिन ने कई टाइप 2 मधुमेह के रोगियों को उनकी रक्त शर्करा को कम करने में मदद की है।

फेनिलएलनिन क्या है?

फेनिलएलनिन एक आवश्यक अमीनो एसिड है जो टाइप 2 मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा (blood sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने की आश्चर्यजनक क्षमता दिखाता है। मधुमेह रोगी फेनिलएलनिन का सेवन डॉक्टर के द्वारा दी गई अन्य दवाइयों के साथ भी कर सकते हैं। फेनिलएलनिन एंटी-डायबिटिक दवाओं का सेवन करने के दौरान पुणे वाले साइड इफेक्ट्स से भी लोगों  को बचाता है।

फेनिलएलनिन का समग्र उद्देश्य क्या है? यह अमीनो एसिड प्रोटीन के निर्माण में सहायक है। यह अमीनो एसिड मछली, मुर्गी और अंडे के अतिरिक्त भी  बहुत से आम खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। 

फेनिलएलनिन के तीन अलग-अलग प्रकार हैं। एक प्रकार का एल-फेनिलएलनिन स्वाभाविक रूप से शरीर में पाया जाता है। दूसरी तरफ डी-फेनिलएलनिन और डीएल-फेनिलएलनिन  जैसे दो रूपों को सिंथेटिक से निर्मित किया जाता है। डीएल-फेनिलएलनिन को फेनिलएलनिन और डी-फेनिलएलनिन के बराबर के संयोजन से बनाया जाता है।

फेनिलएलनिन को लेने का तरीका। इस पूरक को खाने से तुरंत पहले लेना चाहिए।  ऐसा करने  से यह आपको खाने के दौरान और तुरंत बाद रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करता है, जिससे इंसुलिन के उत्पादन में वृद्धि होती हैफेनिलएलनिन 

लेकिन फेनिलएलनिन हर किसी के लिए नहीं है। इसके सेवन से कुछ लोगों के रक्त शर्करा का स्तर बहुत कम होने का खतरा बना रहता है। अतः फेनिलएलनिन के इस्तेमाल से पहले किसी भी रोगी के मेडिकल इतिहास को जानना बहुत जरूरी है। इसके सेवन से पहले डॉक्टर के परामर्श की आवश्यकता पड़ती है। आपका चिकित्सक आपके टाइप 2 मधुमेह (type 2 diabetes) की स्थिति के अनुसार फेनिलएलनिन को लेने का सही तरीका बताता है।

जैसा कि आप जानते हैं की हर मधुमेह का रोगी एक तरह का नहीं होता है, जिसकी वजह से  डॉक्टर की  सलाह लेना अति आवश्यक हो जाता है। चिकित्सक के द्वारा तय किए जाने के बाद ही आप सुरक्षित तौर पर इस प्राकृतिक औषधि को ले सकते हैं। फेनिलएलनिन से बहुत से टाइप 2 मधुमेह के रोगियों को फायदा हुआ है;  जिससे इसकी पुष्टि होती है की अगर सही तरीके से इस उपचार का इस्तेमाल किया जाए तो यह मधुमेह के रोग में अत्यंत ही फलदाई हो सकती है। इसका तात्पर्य है कि जब तक की आपका डॉक्टर आपको परामर्श ना दे आपको इसे नहीं लेना चाहिए और डॉक्टर के द्वारा दी गई दवाइयों का ही सेवन करना चाहिए।